साबूदाना वड़ा
साबूदाना वड़ा पूरी दुनिया में मशहूर है ही मगर महाराष्ट्र से लेकर पुरे मध्य भारत में यह ज्यादा खाया जाता है.साबूदाना वड़ा खाने में इतना स्वादिष्ट होता है इसको देख कर खाने का दिल कर ही जाता है और मुम्बई जैसे बड़े शहर में हम कहीं भी जाएँ साबूदाना वड़ा का कोई न कोई ठेला या कोई न कोई दुकान मिल ही जाएगी जहां पर यह साबूदाना वड़ा बनाये जाते है,और वहां पर खाने वालों की हमेशा भीड़ पाई जाती है हमारे मन में होता है की काश हम भी ऐसा घर पर इतना स्वादिष्ट साबूदाना वड़ा बना सके मगर बाजार जैसे कुरकुरा नहीं बना पाते आज हम आपको ऐसे तरीके बताएंगे जिस से बाजार से भी बढ़िया और साबूदाना वड़ा घर पर बना सकेंगे।
आवश्यक सामग्री
साबूदाना                                         1 कटोरी 
उबले हुए आलू                                 3-4   
कटी हुयी हरी मिर्ची                             1 चमच
कटी हुयी अदरक 1 चमच
कटी हुयी अदरक 1 चमच
कुटी हुयी काली मिर्ची                          1 छोटा चमच
 नमक                                                  आधा चमच
अरारोट 2-3 चमच
अरारोट 2-3 चमच
कटा हुआ हरा धनिया
साबूदाना वड़ा बनाने की विधि
साबूदाना वड़ा बनाने के लिए साबूदाने को 2 घंटे पहले पानी में  भिगो कर रख दें कम से कम 2 घंटे,साबूदाने को भिगोते वक़्त उतना ही पानी डाले जितने वो डूब जाये जब 2  घंटे होने को आये या आप आलू को उबाल लें जैसे ही आलू उबल जाए आप उसको छील कर रख दें.अब एक बर्तन में भीगा हुआ साबूदाना डालें फिर अपने हाथों की सहायता से आलू को मसल दें और जैसे ही सारे आलू पीस जाएँ एक एक करके सारे मसाले डाल दें और अच्छे से मिला कर आटा तैयार कर लें.
अब एक बर्तन लें जिस में आपको साबूदाने को तलना है उसमे तेल या घी डाल कर गरम होने के लिए रख दें. अब अपने हाथो पर तेल लगाएं और तैयार आलू और साबूदाने के मिश्रण से लोई लेकर उसे पहले गोल करके फिर एक टिक्की का अकार दें ,ऐसा करके सभी वड़े तैयार कर लें. जैसे ही तेल गरम हो जाए वड़ों को गरम तेल में डाल कर सुनहरी भूरा होने तक तलें। 
साबूदाना वड़ा तैयार है आप साबूदाना वड़ा को किसी भी चटनी के साथ खा सकते है अगर आपको चटनी बनाने नहीं आती तो आप हमारी वेबसाइट पर देख सकते है. हमने  चटनियों की रेसिपी दी हुयी है. आप भी घर पर साबूदाना वड़ा बनाये और अपने अनुभव हमारे साथ जरूर बाँटें। 
हम आपके लिए नई नई रेसिपी लेकर आते रहेंगें। 
धनयवाद 

